डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान की राजनीति में एक महीने से जारी घमासान के बाद बागी तेवर दिखाने वाले सचिन पायलट मंगलवार को जयपुर लौट आए। पायलट के उनके आवास पर पहुंचने पर उनके समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मैंने पार्टी के साथ कोई मांग नहीं की है। मैं एक विधायक और एक कांग्रेसी कार्यकर्ता हूं, जो भी पार्टी मुझसे करने को कहेगी, मैं करूंगा। मैं इस मिट्टी के लिए समर्पित हूं। राजस्थान की जनता का मुझ पर एहसान है।’ बता दें कि पार्टी से बगावत के बाद सचिन पायलट को कांग्रेंस ने डिप्टी सीएम के पद से हटा दिया था।
पायलट ने कहा- 30 दिन पहले लिए स्टैंड पर कायम हूं
पाटलट ने कहा, ‘हमने पार्टी या पार्टी नेतृत्व के खिलाफ कभी कुछ नहीं बोला या किया। कई लोगों ने कई अफवाहें फैलाईं और कई सवाल उठाए लेकिन हम उस स्टैंड पर कायम हैं जो हमने 30 दिन पहले लिया था। मुख्यमंत्री गहलोत की ओर से की गई ‘निकम्मा-नकारा’ वाली टिप्पणी को लेकर किए गए सवालों पर सचिन पायलट ने कहा, जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल हुआ था उससे मैं दुखी था। मुझे लगता है कि जो कहा गया था उसे हमें ये भूल जाना चाहिए। राजनीति में संवाद को जो लेवल है उसे मेंटेन किया जाना चाहिए।
राहुल और प्रियंका गांधी से की थी मुलाकात
बता दें कि एक दिन पहले सचिन पायलट ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और पार्टी के अन्य राष्ट्रीय नेताओं के साथ मुलाकात की थी। जिसके बाद उन्होंने अपना इरादा बदलते हुए वापसी की है। इसी के साथ सरकार को गिराने की कथित साजिश करने वाले बागी कांग्रसी विधायक भी वापस लौट आए हैं। इस मुलाकात को लेकर पायलट ने बताया, मेरे और कुछ विधायकों के उठाए गए मुद्दों के बाद कांग्रेस ने तीन सदस्यीय समिति बनाई है। मीटिंग में प्रियंका और राहुल ने हमारी शिकायतों को धैर्यपूर्वक सुना और आश्वासन दिया कि उन्हें हल करने के लिए एक रोड मैप तैयार किया जाएगा।