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धूमनगंज के राजरूपपुर में हाईकोर्ट बार के ज्वाइंट सेक्रेटरी प्रशासन अभिषेक शुक्ला पर फायरिंग के बाद जमकर हंगामा हुआ। आक्रोशित वकीलों ने पुलिस चौकी का घेराव करते हुए जाम लगा दिया। पुलिसकर्मियों से उनकी तीखी नोकझोंक भी हुई। हमलावरों में से एक अतीक अहमद गुट का बताया जा रहा है। पुलिस देर रात तक मौके पर जुटी थी। उधर घायल अधिवक्ता को अस्पताल भेजा गया है।
नीमसराय निवासी अधिवक्ता अभिषेक शुक्ला रविवार रात सवा नौ बजे के करीब राजरूपुपर में जागृति चौराहे के पास अपने साथियों संग खड़े थे। इसी दौरान वहां बाइक से पहुंचे चार बदमाशों ने उन पर फायर झोंक दिया। अधिवक्ता बाल-बाल बचे तो हमलावरों ने मारपीट शुरू कर दी। यह देख आसपास के लोग दौड़े तो हमलावर अधिवक्ता की सोने की चेन व लॉकेट लूटकर भाग निकले।
घायल अधिवक्ता को लेकर वहां मौजूद लोग अस्पताल भागे। उधर वारदात की जानकारी मिलते ही सैकड़ों अधिवक्ता मौके पर पहुंच गए और उन्होंने राजरूपपुर पुलिस चौकी का घेराव कर रास्ता जाम कर दिया। इस दौरान उनकी पुलिसकर्मियों से तीखी नोकझोंक और धक्कामुक्की भी हुई। उनका आरोप था कि सूचना देने के बावजूद धूमनगंज थाने व चौकी की पुलिस ने तत्परता नहीं दिखाई। यही नहीं प्रभारी की अनुपस्थिति में वहां मौजूद दरोगा ने अभद्रता भी की।
सूचना पर पहुंचे प्रभारी एसपी सिटी अखिलेश सिंह भदौरिया व सीओ सिविल लाइंस समेत अन्य अफसरों ने किसी तरह वकीलों को शांत कराया। उधर घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी समेत अन्य अफसर एसआरएन अस्पताल पहुंच गए। जिसके बाद एहतियातन अस्पताल के साथ ही राजरूपपुर में भी कई थानों की फोर्स बुला ली गई। पुलिस ने बताया कि घायल अधिवक्ता के कंधे पर चोट आई है। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बालसन स्थित प्राइवेट अस्पताल भेजा गया है।
मुकदमे की पैरवी को लेकर किया गया हमला
घायल अधिवक्ता की ओर से जो तहरीर पुलिस को दी गई है, उसमें वजह मुकदमे की पैरवी बताई गई है। आरोप लगाया गया है कि वह एक धार्मिक स्थल के मामले में वकील रह चुके हैं जिसमें हाईकोर्ट की ओर से ध्वस्तीकरण का आदेश हो चुका है और वर्तमान में यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है। इसी को लेकर उन पर हमला किया गया। तहरीर में एक हमलावर का नाम बाबू बताया गया है।चर्चा यह भी रही कि विवाद की शुरुआत वाहन में टक्कर लगने से हुई।
घटना की जानकारी पर मैं खुद एसआरएन अस्पताल पहुंचा था। फिलहाल किसी फायर आर्म इंजरी की बात सामने नहीं आई है। अधिवक्ता का उपचार कराया जा रहा है। जो भी तहरीर मिलेगी, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभिषेक दीक्षित, एसएसपी
एक हमलावर के अतीक गुट से जुड़ेे होने की चर्चा
इस मामले में एक खास बात यह भी रही कि वारदात में शामिल एक हमलावर के अतीक अहमद गुट से जुड़े होने की भी चर्चा रही। हालांकि पुलिस अफसर इससे इंकार करते रहे। उनका कहना है कि एक व्यक्ति का नाम आया है जो पहले कभी अतीक गुट से जुड़ा रहा है। उसके बारे में जांच पड़ताल की जा रही है।
धूमनगंज के राजरूपपुर में हाईकोर्ट बार के ज्वाइंट सेक्रेटरी प्रशासन अभिषेक शुक्ला पर फायरिंग के बाद जमकर हंगामा हुआ। आक्रोशित वकीलों ने पुलिस चौकी का घेराव करते हुए जाम लगा दिया। पुलिसकर्मियों से उनकी तीखी नोकझोंक भी हुई। हमलावरों में से एक अतीक अहमद गुट का बताया जा रहा है। पुलिस देर रात तक मौके पर जुटी थी। उधर घायल अधिवक्ता को अस्पताल भेजा गया है।
prayagraj news
– फोटो : prayagraj
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Ateeq Ahmed
मुकदमे की पैरवी को लेकर किया गया हमला
घायल अधिवक्ता की ओर से जो तहरीर पुलिस को दी गई है, उसमें वजह मुकदमे की पैरवी बताई गई है। आरोप लगाया गया है कि वह एक धार्मिक स्थल के मामले में वकील रह चुके हैं जिसमें हाईकोर्ट की ओर से ध्वस्तीकरण का आदेश हो चुका है और वर्तमान में यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है। इसी को लेकर उन पर हमला किया गया। तहरीर में एक हमलावर का नाम बाबू बताया गया है।चर्चा यह भी रही कि विवाद की शुरुआत वाहन में टक्कर लगने से हुई।
घटना की जानकारी पर मैं खुद एसआरएन अस्पताल पहुंचा था। फिलहाल किसी फायर आर्म इंजरी की बात सामने नहीं आई है। अधिवक्ता का उपचार कराया जा रहा है। जो भी तहरीर मिलेगी, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभिषेक दीक्षित, एसएसपी
एक हमलावर के अतीक गुट से जुड़ेे होने की चर्चा
इस मामले में एक खास बात यह भी रही कि वारदात में शामिल एक हमलावर के अतीक अहमद गुट से जुड़े होने की भी चर्चा रही। हालांकि पुलिस अफसर इससे इंकार करते रहे। उनका कहना है कि एक व्यक्ति का नाम आया है जो पहले कभी अतीक गुट से जुड़ा रहा है। उसके बारे में जांच पड़ताल की जा रही है।